कोलकाता : बांग्लादेश सरकार ने 10-12 पुलिस ने मंदिर परिसरों में भेजा है लेकिन हम कह रहे हैं कि कब तक पुलिस को रखकर हम पूजा करेंगे। ये पहली बार नहीं हुआ है 2015 में भी ऐसी ही घटना घटी थी जो भी हो रहा है बेहद ग़लत है: बांग्लादेश इस्कॉन मंदिर की घटना पर कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास

बंगलादेश (ढाका) : हमें मंदिर छोड़ने की धमकी मिली और बीती रात 500-600 लोगों ने मंदिर पर हमला किया। पुलिस उनको समर्थन कर रही है वो हमारी बात नहीं सुन रही। हमने केस दर्ज कराया लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है: इस्कॉन राधाकांत मंदिर हमले पर रसमणि केशवदास, चिकित्सा प्रभारी,इस्कॉन मंदिर, ढाका

बताते चलें की पिछले हमले मे मदिर के पुजारी को भी अलगाव वादियों ने ज़िंदा जला दिया था |

पिछले घटना की तस्वीर:- May be an image of one or more people, people standing and text that says "गीतायन के लेखक और हिन्दू हितो कि बात करनेवाले आनंद का मानशिक संतुलन बिगरा। Anand Kumar 16 October at 14:58 कमसेकम बांग्लादेश का हाल देखने बाद समझना चाहिए कि दीपावली की खरीदारी उसी पास करें स्वयं लक्ष्मी पूजन करता हो| किसी गरीबकेघर गरीब दिया जलाना हैया अपना घर-मंदिर जलाने का प्रबंध करन है, येतो साचना पड़ेगा! सुगंधा शर्मा and 286 others comments 6comments19shares 19 shares STOP ATTACK g9 HINDUS"

इस घटना पर संस्थान के मेंटर श्री आनन्द ने पिछले दिनों अपना मानशिक संतुलन खो दिया था |

वाद विवाद का लिंक :-

 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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