साल के अंत में आमतौर पर कई जगहों पर काफी कम टेम्पेरेचर रहता है। उदाहरण के लिए, चीन में रिपोर्ट्स के अनुसार, नवंबर 26 के बाद से विंटर सीजन में सबसे तेज कोल्ड वेव होने के आसार जताए जा रहे हैं। इस मौसम से 30 से ज्यादा प्रोविंस, रीजन और शहर प्रभावित होंगे। यहां बारिश, स्नो और स्ट्रांग विंड्स के भी आसार जताए जा रहे हैं। सर्दियों की तैयारी के लिए, Xiaomi ने स्मार्ट टेम्पेरेचर कंट्रोल हीटिंग स्कार्फ लॉन्च किया है।  
 

Xiaomi स्मार्ट टेम्पेरेचर कंट्रोल हीटिंग स्कार्फ के फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस

इस नए प्रोडक्ट के बारे में Xiaomi के CEO Lei Jun ने अपने Weibo पेज से बताया था। यह स्मार्ट हीटिंग स्कार्फ यूजर को वार्म रखने के काम आता है। ऐसे करने के लिए यह एक बिल्ट-इन DuPont थर्मल इंसुलेशन फिलिंग मटेरियल का इस्तेमाल करता है। यह हाई-प्यूरिटी कार्बन नैनोट्यूब फिल्म हीटिंग टेक्नोलॉजी और टेम्पेरेचर सेंसर दोनों को एक तरह से अडॉप्ट कर लेता है। यह स्कार्फ मात्र 3 सेकंड में गर्म हो जाता है। इसमें हीटिंग टेम्पेरेचर को 3 स्तर – 38°C, 45°C, और 50°C पर सेट किया जा सकता है। इसमें मौजूद बड़ी हीटिंग शीट सिर्फ ठण्ड से बचाव नहीं करती बल्कि गर्दन को गर्म भी रखती है। 

सेफ्टी की बात करें तो स्कार्फ ओवर-करंट, ओवर-टेम्पेरेचर, शार्ट-सर्किट, ओपन-सर्किट और अन्य सुरक्षा भी प्रदान करता है। अगर कुछ गड़बड़ लगे तो इसका सिस्टम अपने आप पावर-ऑफ हो जाएगा। इसे वाशिंग मशीन में धोया भी जा सकता है। 
 

Xiaomi स्मार्ट टेम्पेरेचर कंट्रोल हीटिंग स्कार्फ की कीमत

यह स्मार्ट हीटिंग स्कार्फ काफी किफायती भी है। कीमत की बात की जाए तो इसकी कीमत 149 yuan ($21) रखी गई है। इसे फिलहाल चीन में Youpin वेबसाइट से खरीदा जा सकता है। यह भी बता दें, अगर आप स्मार्ट टेम्परेचर-कंट्रोल्ड हीटिंग स्कार्फ का आर्डर देते हैं तो आपको 5000mAh का पावर  बैंक फ्री मिलेगा।

 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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