Author: anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

प्रवासी श्रमिकों पर केंद्रित कार्यशाला का सफल आयोजन

पटना, 24 अगस्त: यूरोपियन यूनियन तथा जर्मन मानवीय संस्था वेल्टहंगरहिल्फे के सहयोग से घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास संघ (जीपीएसवीएस), मधुबनी,…

भरल रहे नैहर ससुराल, दिह यहीं वर महादेव जैसे गीतों से महिलाओं ने सावन महोत्सव में बाँधा शमा

– बाबा पशुपतिनाथ मंदिर में हुआ सावन महोत्सव और विशेष शृंगार का आयोजन 29 जुलाई 2025 राजधानी के अनिसाबाद में…

प्रवासी श्रमिक हितैषी सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में सामाजिक संगठनों की भूमिका अहम: श्रम मंत्री

पटना, 24 जून: कोविड-19 के सामाजिक-आर्थिक प्रभावों के आलोक में सामाजिक संगठनों के क्षमतावर्धन को लेकर घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास…

प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार संभाला

राजगीर, नालंदा – 22 मई 2025: प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं नीति चिंतक प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी ने कल नालंदा विश्वविद्यालय के नए…

मोदी सरकार के जातीय जनगणना का फैसला देश और समाज के सर्वांगीण विकास का प्रतिबिंब: नित्यानंद राय

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मोदी सरकार के द्वारा जातीय जनगणना को कैबिनेट कमेटी ऑफ राजनीतिक अफेयर्स के…

बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल में सर्वाधिक आवेदनों के साथ सहरसा सबसे आगे

पटना, 02 मई: बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल के शुरू होने के महज पंद्रह दिन के अंदर ही आवेदनों का तांता…