सारण में कायस्थ मिलन सह अभिनंदन समारोह का हुआ आयोजन
छपरा, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सारण जिला के कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने देश के सामाजिक, राजनैतिक उत्थान के साथ, आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका अदा की है। इस पावन धरती पर जन्में सम्पूर्ण क्रांति के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपने आंदोलन के माध्यम से देश को नई दिशा दी है, लेकिन आज कायस्थ समाज हासिये पर चल गया है, जिसे संगठित करते हुए मजबूत करने की जरूरत है।
जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने शहर के एनसीसी स्किल्स एजुकेशन के सभागार में आयोजित कायस्थ मिलन सह अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कायस्थ जाति के लोग हमेशा से समाज का नेतृत्व करते रहें हैं, स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री महामाया प्रसाद सिन्हा, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जैसे कायस्थ समाज के पुराधाओं ने अपने नेतृत्व कौशल से इस देश को नई दिशा प्रदान की है।
जीकेसी की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन ने कहा, आज के दौर में कायस्थ जाति संगठित नही होने से अपने हक को सही तरीके से हासिल नही कर पा रही है। इसके लिए हम सब को साथ आना चाहिए और संगठन को मजबूत करते हुए सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक रूप से सबल होना चाहिए। उन्होंने सभी को नई दिल्ली में आगामी 19 दिसंबर को आयोजित ग्लोबल कायस्थ महासम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक विकास के लिए संगठित हो कायस्थ समाज: रागिनी रंजन

जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा कि कायस्थ राजाओ, साम्राज्योँ और उनके साहसिक शासनकाल का अविष्मरणीय योगदान रहा है, जिसे कायस्‍थ समाज एक बार फिर दोहराएगा। हम सभी को फिर से एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने जीकेसी सदस्यता अभियान में युवाओं और महिलाओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया!
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार सिन्हा, आईटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अभिजीत सिन्हा, उपाध्यक्ष किशोर कुमार, व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष धनंजय कुमार श्रीवास्तव ने सम्मान पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। साथ ही प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद को मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया।वही ग्लोबल अध्यक्ष ने कोरोना जागरूकता कार्यक्रम को लेकर कार्यकारिणी के सदस्यों को सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद, राष्ट्रीय अध्यक्ष मीडिया सेल, सह प्रभारी बिहार-झारखंड प्रेम कुमार, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह प्रमंडल प्रभारी सारण, संजय कुमार सिन्हा, राष्ट्रीय सचिव, विद्याभूषण डब्लू, प्रदेश उपाध्यक्ष कला-संस्कृति प्रकोष्ठ, दिवाकर कुमार वर्मा, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के सचिव आलोक कुमार सिन्हा, प्रसून श्रीवास्तव, शुभम कुमार, डॉ विद्याभूषण श्रीवास्तव, कला संस्कृति प्रकोष्ठ की अध्यक्ष उर्मिला श्रीवास्तव, महिला सेल की अध्यक्ष अनिता श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष प्रभात किरण हिमांशु, संकेत किरण अंशु अजितेश प्रकाश सचिव धनंजय कुमार, संयुक्त सचिव साकेत श्रीवास्तव, विकास कुमार श्रीवास्तव, कार्यकारिणी सदस्य विकास कुमार, संजय कुमार, प्रदेश मीडिया सेल सदस्य आशुतोष श्रीवास्तव, मीडिया सेल के पंकज श्रीवास्तव, खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आलोक रंजन, विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दुर्गेश बिहारी उपस्थित थे। संचालन संयुक्त सचिव अभिषेक अरुण ने किया। वही धन्यवाद ज्ञापन व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष धनंजय श्रीवास्तव ने किया।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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