पटना, 7 मार्च: हमारे समय में पांच वर्ष के बाद औपचारिक रूप से पढ़ाई की शुरुआत होती थी लेकिन अब समय बदल गया है । आजकल के बच्चों की सीखने की क्षमता पिछली पीढ़ी से ज्यादा है । आज के बच्चों को कम उम्र में ही विद्यालय भेजने की जरूरत होती है । बच्चों के मानसिक विकास के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था में शिक्षा (अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन एंड लर्निंग) का काफी महत्व है । उक्त बातें पटना के अलीनगर में पूर्व मंत्री एवं पाटलिपुत्र से सांसद राम कृपाल यादव ने बिड़ला ओपन मांइड्स प्री स्कूल के उद्घाटन के दौरान कही ।

आगे उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में छात्रों को खेल और गतिविधियों के माध्यम से सीखाने की व्यवस्था की गई है । यहाँ उचित देखभाल के साथ शिक्षा दी जाती है । मुझे आशा है यहाँ से पढ़कर बच्चे भविष्य में अच्छा काम करेंगे । यह पहल आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर और शिक्षित समाज बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा । आज जरूरत है बच्चों के भविष्य को संवारने की, जिससे विकसित भारत का निर्माण किया जा सके । कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत अतिथियों ने रिबन काट और दीप प्रज्वलित कर की ।

बिड़ला ओपन मांइड्स प्री स्कूल के पूर्वी क्षेत्र के ऑपरेशन मैनेजर रवि ने कहा कि हमारा फोकस बच्चों के सर्वांगीण विकास पर होता है । हर बच्चा अपने आप में अलग होता है । बस जरूरत होती है उनकी प्रतिभा को पहचान कर सही मार्गदर्शन देने की । बिड़ला ओपन मांइड्स में हम बच्चों की हर जरूरत का ध्यान रखते हैं ।

स्कूल की निदेशिका समरीन निशां ने कहा कि हम बच्चों को खेल और गतिविधि के माध्यम से पढ़ाते हैं इससे बच्चे किसी चीज़ को जल्दी याद कर पाते हैं, इसके साथ ही हमारे यहाँ बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है ।

रिजनल फ्रैंचाइज़ी मैनेजर विजय आनंद ने स्कूल की खूबियाँ गिनाते हुए कहा कि यहाँ बच्चों की सुविधा के लिए बाल सुलभ फर्नीचर लगाए गए हैं । स्कूल में सीसीटीवी कैमरे सहित बच्चों के सीखने और खेलने के लिए हर जरूरी चीजों का ध्यान रखा गया है ।

इस अवसर पर फुलवारी नगर परिषद के अध्यक्ष आफ़ताब आलम, स्कूल के अध्यक्ष साकिब अली सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहें ।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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